Rahul Yadav
फानूस बनके जिसकी हिफाजत हवा करे, वो शमा क्या बुझे, जिसे रोशन खुदा करे।
Monday 10 September 2018
Rahul Yadav
प्यास लगी थी गजब की, मगर पानी मे जहर था...
पीते तो मर जाते, और ना पीते तो भी मर जाते...
बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए...
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए...
वक़्त ने कहा, काश थोड़ा और सब्र होता...
सब्र ने कहा, काश थोड़ा और वक़्त होता...
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