Sunday 24 March 2019

Rahul Yadav







सोचा ना था...ज़िन्दगी ऐसीे फिर से मिलेगी जीने के लिए.!!
आँखों को प्यास लगेगी, अपने ही आंसू पीने के लिए.!



 हमारी गलतियों को भुलाते रहना कि जिंदगी भर दोस्ती निभाते रहना अगर हम न चल सके आपके साथ तो आप ही कदम से कदम मिलाते रहना



नजर मिला कर चुरा मत लेना दोस्त बनाकर दुश्मन बना मत लेना माना की बहोत दूर रहते है आपसे इसी का बहाना कर के भुला मत देना


कुछ बाते तब तक समझ में नहीं आती, जब तक खुद पर ना गुजरे ।



ज़िन्दगी रोज़ कोई ना कोई ताज़ा सफ़र मांगती है
और थकान शाम को अपना घर मांगती है



किताब-ए-दिल का कोई, सफा ख़ाली नहीं होता,
मेरे दोस्त वो भी पढ लेते हैं,
जो लिखा भी नहीं होता



किसी को मेरे बारे में पता कुछ भी नही...
इल्जाम हजारो है और खता कुछ भी नही..!!!



क्यों घबराता है ऐ दिल दुखी होने से ...
     इस जहान में जिंदगी शुरू ही होती है रोने से ...



"खुश तो वो रहते है जो जिस्मों से मोहब्बत करते है,
रूह से मोहब्बत करने वालों को अक्सर तड़पते ही देखा है !!"




मैं तो आईना हूँ टूटना मेरी फितरत है...!_
 ......इसलिए_
 पत्थरों से मुझे कोई गिला नहीं...!!





Rahul Yadav Azamgarh
http://rahulyaadav.blogspot.com

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